85 साल की विधवा शहजादी बेगम और उनके जैसे सैकड़ों मुस्लिम और दलित आजम खान के चलते हुए दाने-दाने के मोहताज, आज योगी सरकार में मिल रहा है पीड़ितों को इंसाफ - शलभ
लखनऊ-भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में आज जब अवैध कब्जों को लेकर कार्रवाई हो रही है तब सपा सांसद मोहम्मद आजम खान को पाकिस्तान की याद आ रही है। जौहर विश्वविधालय बनवाने के लिए आजम खान ने रामपुर में गरीब मुसलमानों और दलितों तक को नहीं छोड़ा, उनकी बेशकीमती जमीनें कब्जा कर लीं। इनमें 85 साल की बेवा शहजादी बेगम जैसे लोग भी शामिल हैं जो आज योगी आदित्यनाथ जी की सरकार की तरफ से हो रही कार्रवाई से इंसाफ पा रहे हैं और सरकार की इस कार्रवाई के साथ खड़े हैं। रामपुर में आजम खान के खिलाफ सारे ही मुकदमे उन गरीब मुस्लिमों ने लिखवाए हैं जिनकी जमीनें कब्जा करने के लिए सपा सरकार में कानून का जम कर दुरूपयोग हुआ और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। इसी सामंती मानसिकता के नशे में चुनाव के दौरान आजम खां जिलाधिकारी से जूते साफ कराने का सपना पाल रहे थे, पर प्रदेश की महान जनता के जनादेश ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि 85 साल की विधवा शहजादी बेगम और उनके जैसे तमाम लोग आज दाने दाने के मोहताज हैं और उसकी वजह हैं आजम खान। जौहर विश्वविधालय और अपने स्कूल बनवाने के सामंती नशे में चूर आजम खान ने शहजादी बेगम और उनके जैसे सैकड़ों गरीब मुस्लिमों और दलितों की जमीनें हथिया लीं। इन लोगों ने विरोध किया तो उनके खिलाफ बैल चोरी से लेकर बकरी चोरी जैसे फर्जी मुकदमे लिखवाए गए। उन्हे थानों में प्रताड़ित कराया गया। अदालत से आदेश होने के बावजूद अखिलेश जी की सरकार में इन पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिला। भारतीय जनता पार्टी की सरकार इसी संकल्प के साथ आई थी कि अवैध कब्जे हटाए जाएंगे और भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश की जनता ने इसके लिए जनादेश भी दिया था, और सरकार इसी जनादेश के लिए काम कर रही है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी और उनके मुखिया श्री अखिलेश यादव जी में अगर जरा भी नैतिकता बची है तो उन्हें उन गरीब मुस्लिमों और दलितों के साथ खड़ा होना चाहिए जिनकी जमीनें मोहम्मद आजम खान ने कब्जा कराई थीं। आज जब इन गरीबों को इंसाफ मिल रहा है तब आजम खान को पाकिस्तान और मुस्लिमों की याद आ रही है। उन्हें ये जरूर बताना चाहिए कि जिन मुस्लिमों ने उनके खिलाफ जमीन कब्जे के मुकदमे लिखवाए हैं और जिन्हें योगी जी की सरकार में इंसाफ मिल रहा है वे आखिर मुसलमान नहीं है क्या ?
झांसी में हुआ हादसा खिड़की तोड़कर बाहर निकाले...
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पूर्व मंत्री आशुतोष...
वाराणसी में 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र...
Lucknow: दरिंदगी, कट्टरता और अराजकता के खिलाफ शहर में...
यूपी में ठंड की आहट…आज भी इन 26 जिलों में बारिश का...
UP में फिर तबादले; योगी सरकार ने 8 जिलों के पुलिस कप्तान...