नहर-विहीन विकासखण्डों या तहसीलों के लाभार्थियों को निःशुल्क बोरिंग व पम्पसेट वितरण में प्राथमिकता दी जाय
जमीनी स्तर पर कार्यों का परिणाम दिखायें अधिकारी, अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही
लखनऊ-उत्तर प्रदेश के सिंचाई, लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि प्रदेश के जिन जनपदों के विकासखण्डों या तहसीलों में नहरें नहीं हैं, वहां के लाभार्थियों को निःशुल्क बोरिंग और पम्पसेट वितरण में प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने बुन्देलखण्ड पैकेज के तृतीय चरण में चेकडैम निर्माण और तालाबों के जीर्णोद्वार के कार्यों की पूर्व स्थिति एवं कार्योपरान्त स्थिति का प्रस्तुतीकरण दिए जाने के निर्देश दिए। लघु सिंचाई मंत्री ने विभिन्न योजनाओं की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को जमीनी स्तर पर कार्यों का परिणाम दिखाने के सख्त निर्देश दिए।
लघु सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह आज यहां योजना भवन स्थित सभागार में लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सिंचाई कार्यों को प्राथमिकता में रखा गया है और राज्य सरकार प्रदेश में कृषि उत्पादन बढ़ाने, किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध कराने के लिए संवेदनशील और दृढ़संकल्पित है। इन कार्यों में लघु सिंचाई विभाग की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने जनपदीय अधिकारियों को प्रत्येक योजना की विस्तृत कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए।
श्री सिंह ने कहा कि जो चेकडैम बनाये गये हैं, या पूर्व में निर्मित हैं उन पर लोहे के फाटक लगाये जायें ताकि अनाधिकृत रूप से लोग चेकडैमों को क्षति न पहुंचा सकें। इसी प्रकार उन्होंने नदियों, नहरों के किनारे पर हो रहे अवैध कब्जों को प्राथमिकता से हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जनसहभागिता भी प्रमुखता से सुनिश्चित की जाये। धर्मपाल सिंह ने कहा कि निःशुल्क बोरिंग एवं अन्य कार्यों के लिए टेण्डर प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाये तथा इस प्रक्रिया में निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बरती जाये। लघु सिंचाई मंत्री ने प्रमुख सचिव को फील्ड स्तर पर आने वाली सभी समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव, लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल विभाग, श्रीमती अनीता सिंह ने लघु सिंचाई मंत्री को विभागीय योजनाओं एवं कार्यों की अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बोरिंग योजनाओं में लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया में ईमानदारी व पारदर्शिता बरतने, चयनित जगहों पर शीघ्र कार्य प्रारम्भ करने एवं जलशक्ति अभियान के तहत प्राप्त सुझावों के प्रस्तावों को शीघ्र शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने सभी जनपदीय अधिकारियों को डैशबोर्ड पर भूजल संरक्षण मिशन की सभी सूचनाएं नियमित रूप से अपलोड करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने फर्रूखाबाद में किये गये रूफ टाॅप हार्वेस्टिंग कार्यों की सराहना की।
समीक्षा बैठक में श्री धर्मपाल सिंह ने निःशुल्क बोरिंग, गहरी बोरिंग, मध्यम गहरे नलकूप, चेकडैम, बोरिंग गोदाम, डाॅ0 राममनोहर लोहिया सामूहिक नलकूप योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, जी0आई0एस0 मैपिंग, वर्षा जल संचयन, रूफ टाॅप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली, भूजल संसाधनों की गुणवत्ता का अनुश्रवण व मैपिंग तथा राज्य भूजल संरक्षण मिशन आदि योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल विभाग के विशेष सचिव जुहैर बिन सगीर, मुख्य अभियन्ता, डी0एन0 शुक्ला, निदेशक भूगर्भ जल वी0के0 उपाध्याय, अनुसचिव, लघु सिंचाई संजय शुक्ला तथा मण्डल स्तर व जनपद स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
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