ईडी ने कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी की खबर सुनकर उनके समर्थक ईडी कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने गिरफ्तारी के बाद उन्हें प्रक्रियागत चिकित्सा जांच के लिए ले जाने वाले जांच अधिकारियों को भी रोका।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और कनकपुरा के विधायक शिवकुमार पूछताछ के लिए चौथी बार मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार शिवकुमार को ईडी बुधवार को यहां अदालत में पेश करेगी और उनकी हिरासत की मांग करेगी। ईडी ने शिवकुमार, नई दिल्ली में कर्नाटक भवन में कर्मचारी हनुमनथैया और अन्य के खिलाफ पिछले साल धनशोधन का मामला दर्ज किया था। हालांकि शिवकुमार ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था।
कांग्रेस ने डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार की विफलताओं एवं 'आर्थिक आपातकाल'' पर पर्दा डालने की कोशिश के तहत यह करवाई की गई है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में यह भी कहा कि शिवकुमार निर्दोष थे और निर्दोष हैं और पार्टी अदालत एवं जनता के समक्ष इसका सबूत देगी।
उन्होंने यह भी कहा कि शिवकुमार के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ''अर्थव्यवस्था औंधे मुंह गिर गयी है, जीडीपी विकास दर पांच फीसदी लुढक़ गयी है, हर क्षेत्र बेरोजगारी की चपेट में है। इन सबसे ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सरकार आए दिन कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज दर्ज करा रही है।'' उन्होंने यह भी दावा किया कि पूरे देश में ''आर्थिक आपातकाल'' का जो माहौल है उस पर पर्दा डालने के लिए यह सब किया जा रहा है, लेकिन भाजपा सरकार इससे बच नहीं सकती।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ''डी के शिवकुमार की गिरफ्तारी स्पष्ट रूप से फासीवादी भाजपा सरकार की ओर से की गई राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। चिदंबरम जी के बाद एक और नेता को भाजपा की खरीद-फरोख्त की राजनीति के खिलाफ खड़े होने के कारण इस बदले की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।''
शिवकुमार की गिरफ्तारी के ठीक बाद उनके ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि उनके खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है। इसमें उन्हें गिरफ्तार कराने के मिशन में सफलता मिलने पर ‘भाजपा मित्रों’ पर निशाना साधा गया। ट्वीट में कहा गया,‘‘मैं पार्टी कार्यकर्ताओं,समर्थकों और शुभचिंतकों से हताश नहीं होने की अपील करता हूं क्योंकि मैंने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है। मुझे ईश्वर पर और हमारे देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मुझे विश्वास है कि मैं इस प्रतिशोध की राजनीति से कानूनन और राजनीतिक रूप से विजेता बन कर निकलूंगा।’’ इसमे कहा गया है,‘‘मुझे गिरफ्तार कराने के मिशन में आखिरकार सफलता हासिल करने के लिए मैं भाजपा मित्रों को बधाई देता हूं। मेरे खिलाफ आईटी(आयकर) और ईडी के मामले राजनीति से प्रेरित हैं और मैं भाजपा की बदले की और प्रतिशोध की राजनीति का शिकार हुआ हूं।’’
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