New Delhi-विधायी सदनों में व्यवधान रोकने व कार्रवाई की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा सितंबर माह में घोषित विधानसभा अध्यक्ष की समिति की बैठक संसद भवन के समिति कक्ष में हुई।
समिति के सभापति व उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 1992 से लेकर अब तक इस संबंध में विभिन्न समितियों व सम्मेलनों द्वारा की गई सिफारिश की चर्चा की।
दोनों सदनों में होने वाले व्यवधान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि देश सदनों में व्यवधान को लेकर चिंतित रहता है। यह विषय महत्वपूर्ण व गंभीर है।
बैठक में त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष रेबती मोहनदास, गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी व मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने तमाम सुझाव दिए समिति की अगली बैठक जनवरी माह में लखनऊ में होगी।
समिति के सभापति व उ0प्र0 विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इसके पहले लोकसभा अध्यक्ष से विस्तार से चर्चा की।
श्री दीक्षित ने जनवरी माह में होने वाले इंडिया रीजन कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन के लखनऊ में होने वाले सम्मेलन में उपस्थित होने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को निमंत्रण पत्र भी दिए जिसे उन्होनंे ने स्वीकार किया । बैठक में उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे लोकसभा के संयुक्त सचिव श्री कौल गुजरात, मध्य प्रदेश व त्रिपुरा के प्रमुख सचिव भी उपस्थित रहे।
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