डीजीपी ओपी सिंह के छुट्टी से लौटते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें तलब किया है। नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण को निलंबित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस मामले में अब रामपुर एसपी अजयपाल शर्मा के अलावा कई और एसएसपी की भी कुर्सी खतरे में आ गई है।
वायरल वीडियो को लेकर हुए बखेड़े के मामले में इससे पहले मेरठ के आईजी आलोक सिंह ने नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण का स्पष्टीकरण डीजीपी ओपी सिंह को सौंप दिया था। इस पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को मिल गई है, जिसके बाद प्रकरण से जुड़े अफसरों को लेकर अगला कदम उठाया जाना है। सोमवार को मेरठ के आईजी आलोक सिंह लखनऊ पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी व डीजीपी से उनकी भेंट को लेकर खासी चर्चा रही। हालांकि इसे पदोन्नति के बाद की शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है लेकिन चर्चा यह भी है कि आलोक सिंह ने इन सभी को प्रकरण में अभी तक सामने आए तथ्यों से अवगत करा दिया है। सूत्रों के मुताबिक एसएसपी वैभव कृष्ण ने अन्य आईपीएस अफसरों के खिलाफ भेजे गए गोपनीय पत्र को लीक किए जाने के मामले में खुद को निर्दोष बताया है। सूत्र बताते हैं कि हालांकि वैभव कृष्ण की रिपोर्ट को ऊपर सौंप दिया गया है पर उनके द्वारा रखे गए पक्ष की अलग से तस्दीक की जा रही है। जानकार बताते हैं कि गोपनीय दस्तावेज लीक किए जाने के मामले में उच्च स्तर पर खासी नाराजगी है। इसे देखते हुए या माना जा रहा है कि जल्द ही प्रकरण से संबंधित अफसरों के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। सूत्रों का मानें तो वीडियो को लेकर हो रही जांच की रिपोर्ट आने के बाद इस पर फैसला किया जाएगा।
झांसी में हुआ हादसा खिड़की तोड़कर बाहर निकाले...
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पूर्व मंत्री आशुतोष...
वाराणसी में 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र...
Lucknow: दरिंदगी, कट्टरता और अराजकता के खिलाफ शहर में...
यूपी में ठंड की आहट…आज भी इन 26 जिलों में बारिश का...
UP में फिर तबादले; योगी सरकार ने 8 जिलों के पुलिस कप्तान...