भारत की स्पेस टेक्नोलाजी 130 करोड भारतीयो के काम आ रही है-मोदी
हमे अपने पडोसियो के सुरक्षा का भी ध्यान रखना है-मोदी
lucknow-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो में अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यूपी देश का सबसे महत्वपूर्ण राज्य तो है ही आने वाले समय में यूपी डिफेंस उपकरणों का हब बनेगा। उन्होने कहा कि भारत की स्पेस टेक्नोलाजी 130 करोड भारतीयो के काम आ रही है। प्रधानमन्त्री ने कहा कि स्पेस मे भारत की रूचि वार के लिये नही बल्कि वेलफेयर के लिये है। उन्होने कहा कि यह डिफेंस एक्सपो अब तक का सबसे बड़ा एक्सपो है। प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्रालय व योगी सरकार को भी एक्सपो आयोजित करने की बधाई दी।
यूपी के डिफेन्स एक्सपो मे प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा अमेठी के कोरबा मे इन्डिया और रशिया के बीच राइफल बनाने का ज्वाइन्ट एडवेन्चर चल रहा है। भारत मे डिफेन्स मैन्यूफैक्चरिंग के लिये और नये लक्ष्य रखे गये है। डिफेन्स एक्सपो मे बोलते हुये प्रधानमन्त्री ने कहा कि इससे रोजगार का सृजन होगा। प्र्रधानमन्त्री ने कहा कि रक्षा क्षेत्र मे भारत का दबदबा बढा है। उन्होने कहा कि भारत सिर्फ बाजार ही नही बल्कि अवसर भी है। मोदी ने कहा कि अगले पाॅच वर्षो के दौरान आने वाले समय मे लाग टर्म व्यवस्था बनाने की जरूरत है। उन्होने कहा कि भारत मे दो डिफेन्स कैरिडोर बन रहा है।
उन्होने कहा कि भारत की स्पेस टेक्नोलाजी 130 करोड भारतीयो के काम आ रही है। स्पेस मे भारत की रूचि वार के लिये नही बल्कि वेलफेयर के लिये होगा। उन्होने कहा कि रक्षा क्षेत्र के लिये हम आयात पर भरोसा नही रख सकते। उन्होने कहा कि रक्षा के क्षेत्र मे भारत सशक्त हो रहा है यही कारण है कि हमे अपनी सुरक्षा के साथ साथ अपने पडोसियो के सुरक्षा का भी ध्यान रखना है। पीएम ने कहा कि दुनिया मे 6 हजार से ज्यादा भारतीय सैनिक शान्ति मिशन मे काम कर रहे है।
मोदी ने कहा की 21वीं सदी में विकास की जब बात होती है तो दुनिया की नजर भारत की तरफ उठती है। आज का यह आयोजन भारत की विश्व में भागीदारी का प्रमाण है। रक्षा व अर्थव्यवस्था की जानकारी रखने वाले जानते हैं कि भारत सिर्फ एक बाजार ही नहीं बल्कि विश्व के लिए एक अवसर है। मोदी ने कहा तकनीक का गलत इस्तेमाल और आतंकवाद को देखते हुए दुनिया के तमाम देश अपनी रक्षा तकनीक को आगे बढ़ा रही हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है।
मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि आने वाले पांच साल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के करीब 25 रक्षा उत्पाद विकसित किए जाएं। बीते पांच वर्षों में डिफेंस के क्षेत्र में तेजी आई है। 2014 के बाद बड़ी संख्या में डिफेंस लाइसेंस विकसित किए गए हैं। उन्होने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में डिफेंस एक्सपोर्ट को 35 हजार करोड तक बढ़ाने का लक्ष्य है। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में भारत सैकड़ों वर्षों तक डिफेंस एक्सपोर्टर रहा है। आजादी के बाद सबसे बड़ी सेना, सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के बावजूद भारत विश्व का सबसे बड़ा हथियारों का आयातक बन गया। वर्ष 2014 के बाद बड़े पैमाने नीतियों का निर्माण किया गया।
प्रधानमन्त्री ने कहा कि हमारी कोशिश है कि डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सिर्फ सरकारी क्षेत्र तक सीमित न रहे बल्कि निजी क्षेत्रों की भी भागीदारी बढ़े।
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