Pramod Srivastava
lucknow-कोरोना वाइरस से एक तरफ जहाॅ गरीब जनता को सरकारी मदद दूर की कौडी दिखाई देे रही है वही लखनउ के कुछ एनजीओ और कुछ सामाजिक संगठन अपने स्तर पर आज हजारो लोगो की मदद कर उनके भूख को मिटाते हुये दिखे। ग्राउन्ड रिर्पोटिग के दौरान आज इन संगठन के लोगो द्वारा गरीब जनता की मदद करते हुये देखा गया।
सर्पोट ग्रुप लखनऊ कोविड-19
लखनउ मे आज कुछ एनजीओ ने एक साथ मिलकर काम करने का बीडा उठाया। जिसमे कई एनजीओ के लोग शामिल है। इन लोगो ने कई एनजीओ को मिलाकर एक वाटसअप ग्रुप बनाया। जिसका नाम है सर्पोट ग्रुप लखनउ कोविड-19 जिसमे विज्ञान फाउन्डेशन के संदीप सिह,एहसास संस्था की शची सिंह,अरूधन्ती ध्रू,अन्शू केडिया के अलावा कुछ एैसे जांबाज लोग है जो व्यक्तिगत रूप से इन लोगो के साथ जुडे है।
इन सभी लोगो ने मिलकर जो वाटसअप ग्रुप बनाया है उस पर परेशान लोगो की जैसे ही सूचना आती है। एनजीओ के कार्यकर्ता उन जगहो पर तत्काल सामान पहुचाने निकल जाते है। जिनमेे रिक्शा चालक या झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले दैनिक मजदूरी करने वाले परिवार मुख्य रूप से है।
इन एनजीओ के कार्यकर्ताओ को थोडी परेशानी उस समय उठानी पडती है जब इन लोगो को पुलिस के लोग रोककर पूछताछ करने लगते है। परेशानी इन कार्यकर्ताओ को तब और बढ जाती है जब पुलिस वाले इनसे पास मागते है। एैसे मे सोचने वाली बात है कि जिला प्रशासन को एैसे लोगो को पास जारी करने मे दिक्कत क्या है।
विज्ञान फाउन्डेशन के संदीप से बात करने पर पास की दिक्कत सबसे बडी समस्या उभरकर सामने आयी। संदीप ने कहा कि पुलिस के रोकने से हम अपना लक्ष्य पूरा नही कर पा रहे है। संदीप ने बताया कि अगर हमारे कार्यकर्ताओ को पास जारी हो जाये तो वह लोग एक हजार परिवारो से उपर लोगो की रोजाना मदद कर सकते है।
संदीप सिह 9415011703, एहसास संस्था की शची सिंह 8400888971, अरूधन्ती ध्रू 9415022772, अन्शू केडिया से 9415755051 पर मैसेज करके भूख से पीडित या जरूरत मन्द मदद ले सकते है।
लखनऊ वेलफेयर एसोसिएशन-
लखनउ वेलफेयर एसोसिएशन नाम से चल रहा वाटसअप ग्रुप शहर के नौजवानो का गु्रप है। जिसके एडमिन अंकित दास है। अंकित उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री बाबू बनारसी दास के पोते है। जिनका लखनउ वेलफेयर एसोसिएशन इस संकट की धडी मे अपने वाटसअप गु्रप के माध्यम से शहर के हजारो गरीब जनता जो रोज कमाते थे रोज खाते थे उन लोगो को दूध,सब्जी और राशन,मास्क और सेनिटाइजर पहुचा रहे है।
अंकित दास की टीम मे मुख्य रूप से अरुण गुप्ता अमित चैधरी,अब्दुल्ला सिद्दीकी और सरफराज है। जिनके अधीन सैकडो वालिन्टियर चैबीसो धटे काम कर रहे है। इनका वाटसअप ग्रुप तीन तरीके से काम कर रहा है। एक टीम उन लोगो की अलग अलग मुहल्लो के हिसाब से लिस्ट बनाती है। दूसरी टीम उस लिस्ट के हिसाब से सामान पैक करती है और तीसरी टीम पीडित लोगो के धरो के पतो पर उन खाने पीने का सामान पहुचाने का काम करती है।
लखनउ वेलफेयर एसोसिएशन के नम्बर पर रोजाना हजारो लोग किसी ना किसी के माध्यम से मैसेज कर मदद की गुहार कर रहे है।
देखा जाये तो इसी तरह कई और संगठन बिना सरकारी मदद से अपने बलबूते गरीब जनता की मदद कर रहे है। कोरोना वाइरस की बजाय भूख से जंग लड रहे इन गरीबो को एनजीओ और इन सामाजिक संगठन के लोगो मे भगवान दिखाई दे रहे है।
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