बुजुर्गो की सुरक्षा व मदद हेतु अलग से डेस्क बनाई गई
घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के पंजीकरण की भी विषेष व्यवस्था
यू0पी0 112 ने 26 अक्टूबर, 2019 से अब तक कुल 44,68,451 काॅल्स पर त्वरित सहायता पहॅुचाने में किया सहयोग
लखनऊः-उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देष पर आम जनता को आकस्मिकता की स्थिति में पुलिस विभाग की सेवाओं की त्वरित गति से उपलब्धता सुनिष्चित करने के उद्देष्य से यू0पी0-112 सेवा को और अधिक सुदृढ़ एवं सषक्त बनाया गया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीष कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देषों के क्रम में यू0पी0 112 की सेवाओं को और अधिक विस्तार दिया गया है। इसके लिए जहां एक ओर यू0पी0 112 को अन्तर्राष्ट्रीय मानकांे के अनुसार आपात सेवा के रुप में संचालित करने की दिषा में गंम्भीरता से प्रयास किये गये है वहीं इसके माध्यम से वर्तमान सेवा के अलावा फायर सर्विस, जीआरपी, 108 एम्बुलेन्स सेवा व 1090 वीमेन पावर लाइन जैसी सेवाओं की भी उपलब्धता सुनिष्चित कराये जाने की व्यवस्था की गई है।
अपर पुलिस महानिदेषक, यू0पी0 112, असीम अरुण ने बताया कि यू0पी0 112 के माध्यम से दी जा रही सेवाओं की सराहना का दायरा जहां एक ओर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है वहीं इसकी ख्याति विदेषों तक भी जा पहुंची है। इसका उदाहरण है दुबई पुलिस द्वारा गत वर्ष सम्पन्न अन्तर्राष्ट्रीय काॅल सेन्टर प्रतियोगिता में यू0पी0 112 कोे तृतीय पुरुस्कार मिला, जिसमें विष्व भर के कई देषों की पुलिस द्वारा हिस्सा लिया गया था।
यू0पी0 112 की सेवाएं जहां पहले सामान्य घटनाओं व आपातकालीन सूचनाओं पर कार्य करती थी वहीं अब इसके माध्यम से आग लगने पर भी शीघ्र मदद पहुँचाने हेतु अग्निषमन विभाग से भी जोड़ दिया गया है। ट्रेनो में राजकीय रेलवे पुलिस की सहायता प्राप्त करने हेतु भी इस नम्बर का प्रयोग अब किया जा सकेगा। किसी भी आकास्मिक आपदा के समय राज्य आपदा मोचक बल से मदद पाने के लिए भी उससे जोड़ा गया है। महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरूस्त बनाये जाने के लिए इसको वीमेन पावर लाइन (1090) से जोड़ा गया है साथ ही इसको पिंक बस सेवा से भी इंटीग्रेटेड किये जाने की व्यवस्था की गई है।
श्री अरूण ने यह भी बताया कि 26 अक्टूबर, 2019 से अब तक कुल 44,68,451 काॅल्स मदद के लिए यू0पी0 डायल 112 पर की गयी है, जिस पर त्वरित कार्यवाही हेतु सम्बन्धित ईकाईयों यथा अग्निषमन-34,652, जी0आर0पी0-8,917, मेडिकल-5,47,875, पुलिस-38,66,572 एवं यू0पी0एस0आर0टी0सी0-10,435 काॅल्स को मदद हेतु स्थानान्तरित किया गया। महिलाओं को भय मुक्त वातावरण देने के लिए राज्य सरकार के निर्देष पर यू0पी0 112 द्वारा रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक महिला स्कार्ट की सुविधा शुरू की गई जिसके अन्तर्गत अकेली महिला को सुरक्षित उसके गन्तव्य तक पहुँचाने में पीआरवी की मदद ली गई है। वर्तमान समय में 10 प्रतिषत पुलिस रिस्पान्स व्हीकल को महिला पीआरवी के रुप मंे लगाया गया है। लाॅक डाउन के दौरान लगभग 100 महिलाओं को आपात स्थिति में गन्तव्य तक पहुँचाया गया।
घरेलू हिंसा की षिकार महिलाओं के लिए यू0पी0 112 की ओर से विषेष व्यवस्था शुरु की गई है जिसके तहत पीड़ित महिलाओं की षिकायत पर उनका पंजीकरण भी शुरु किया गया है। इस वर्ष 8 मार्च से शुरु हुई इस योजना में 2119 महिलाओं ने स्वयं यू0पी0 112 को काॅल कर व 1577 महिलाओं के घर जाकर महिला पीआरवी द्वारा विस्तार से पंजीकरण किया गया है। ताकि किसी भी समय इनके द्वारा षिकायत मिलने पर त्वरित कार्यवाही सुनिष्चित की जा सके। सीनियर सिटीजन व वृद्ध जनों की मदद के लिए यू0पी0 112 की तरफ से सवेरा नामक योजना शुरु की गई है जिसके तहत 7 लाख 30 हजार से अधिक बुजुर्गो का पंजीकरण कर इनके लिए एक अलग से डेस्क यू0पी0 112 में बनाई गई है। उन्होंने बताया कि कोई भी जरुरतमंद बुजुर्ग काल कर अपना पंजीकरण करा सकते है। ऐसे बुजुर्ग जब काल करते है तो उन्हंे न्यूनतम समय में मदद का प्रयास किया जाता है।
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