मुख्यमंत्री के समक्ष ‘जल जीवन मिशन: हर घर जल’ के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण
जो पेयजल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, उनमें त्वरित गति से कनेक्शन देने की कार्यवाही की जाए: मुख्यमंत्री
जल जीवन मिशन के तहत कराए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति से मुख्यमंत्री को प्रत्येक 15 दिन पर अवगत कराने के निर्देश
लखनऊ- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष आज यहां उनके सरकारी आवास पर ‘जल जीवन मिशन: हर घर जल’ के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन को चरणबद्ध रूप से लागू करने का निर्णय लिया गया था। इसके प्रथम चरण में बुन्देलखण्ड की सम्पूर्ण आबादी, दूसरे चरण में विन्ध्य क्षेत्र की सम्पूर्ण आबादी व तीसरे चरण में आर्सेनिक/फ्लोराइड तथा जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित आबादी तथा चतुर्थ चरण में शेष प्रदेश का चयन किए जाने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने अब इस योजना के तहत 08 आकांक्षात्मक जनपदों को भी शामिल करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में एक साथ ठोस योजना बनाकर कार्य शुरू किया जाए। उन्होंने जल जीवन मिशन के लिए शीघ्र एक डायरेक्टर की नियुक्ति करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो पेयजल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, उनमें त्वरित गति से कनेक्शन देने की कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री जी ने केन्द्रांश के सापेक्ष राज्यांश दिए जाने के लिए बजट में व्यवस्था करने अथवा नाबार्ड, हुडको इत्यादि से लोन लेने की व्यवस्था की सम्भावना तलाशने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत बुन्देलखण्ड की सम्पूर्ण आबादी, विन्ध्य क्षेत्र की सम्पूर्ण आबादी, आर्सेनिक/फ्लोराइड तथा जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित आबादी, 08 आकांक्षात्मक जनपदों तथा शेष प्रदेश में वर्ष 2022 तक हर हाल में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाए।
मुख्यमंत्री ने लक्षित क्षेत्रों में तेजी से कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक 15 दिन पर कार्य की प्रगति की अद्यतन स्थिति से उन्हें अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण और दुरूह क्षेत्रों में कठिनाइयों के साथ रहने वाले नागरिकों की समस्याओं के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल हर नागरिक का अधिकार है। राज्य सरकार, केन्द्र सरकार के सहयोग से हर घर स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है।
प्रस्तुतीकरण के दौरान जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नमामि गंगे, ग्रामीण जल संसाधन अनुराग श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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