भारत ने सोमवार को ऐलान किया था कि अमेरिका और जापान के साथ ऑस्ट्रेलिया भी वार्षिक मालाबार नौसेना अभ्यास में हिस्सा लेगा। उसने कहा कि सैन्य सहयोग, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल होना चाहिए। चीन ने 'इस घटनाक्रम का संज्ञान' लिया है।
भारत ने सोमवार को ऐलान किया था कि ऑस्ट्रेलिया आगामी मालाबार अभ्यास में हिस्सा लेगा जिसका तात्पर्य है कि (QUAD) के सभी चारों सदस्य देश इस महाभ्यास में भाग लेंगे। अमेरिका और जापान अन्य दो देश हैं जो इस वार्षिक अभ्यास में हिस्सा लेते हैं। अगले महीने बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में इस अभ्यास के होने की संभावना है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन ने 'इस घटनाक्रम का संज्ञान' ले लिया है। उन्होंने संक्षिप्त प्रतिक्रिया में कहा, ''हमारा सदैव मानना रहा है कि देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व के लिए अनुकूल होना चाहिए।''
इस विशाल सैन्य अभ्यास का हिस्सा बनने के ऑस्ट्रेलिया के अनुरोध पर ध्यान देने का भारत का निर्णय ऐसे वक्त आया है जब पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीन के साथ रिश्ता तनावपूर्ण हो गया है। चीन के मन में इस मालाबार अभ्यास के उद्देश्य को लेकर आशंका उत्पन्न हो गई है क्योंकि वह महसूस कर रहा है कि यह वार्षिक युद्धाभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसके दबदबे पर अंकुश लगाने का एक प्रयास है।
झांसी में हुआ हादसा खिड़की तोड़कर बाहर निकाले...
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पूर्व मंत्री आशुतोष...
वाराणसी में 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र...
Lucknow: दरिंदगी, कट्टरता और अराजकता के खिलाफ शहर में...
यूपी में ठंड की आहट…आज भी इन 26 जिलों में बारिश का...
UP में फिर तबादले; योगी सरकार ने 8 जिलों के पुलिस कप्तान...