भाजपा ने विधायक को पार्टी की सदस्यता से निष्कासित क्यों नहीं किया- श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’
घटना प्रथम दृष्टया हत्या करने की साजिश प्रतीत होती है- कांग्रेस पार्टी
लखनऊ-उन्नाव में हुए बलात्कार की पीड़िता की गाड़ी और ट्रक में रायबरेली में हुई टक्कर, जिसमें रेप पीड़िता की चाची, मौसी एवं वाहन चालक की मौके पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गयी तथा रेप पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल होकर लखनऊ स्थित केजीएमयू के ट्रामा सेन्टर में जीवन रक्षक उपकरण पर जीवन-मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं, यह घटना प्रथम दृष्टया हत्या करने की साजिश प्रतीत होती है। कांग्रेस पार्टी उक्त घटना से बहुत ही आहत महसूस करती है और इतनी बड़ी घटना को शासन-प्रशासन द्वारा प्रथम दृष्टया सामान्य दुर्घटना बनाये जाने को गंभीर साजिश मानती है। उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर इस रेपकाण्ड एवं बलात्कार पीड़िता के पिता की हत्या के मुख्य अभियुक्त हैं एवं जेल में निरूद्ध है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि अ0भा0 कांग्रेस कमेटी की महामंत्री एवं प्रभारी उ0प्र0 श्रीमती प्रियंका गांधी के निर्देश पर पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस विधानमंडल दल की उपनेता श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’ के नेतृत्व में ट्रामा सेन्टर पहुंचा लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से मुलाकात नहीं हो सकी। तदुपरान्त पीड़िता के परिजनों से भेंट की एवं चिकित्सकों से स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिजनों से न्याय की इस लड़ाई में उनके साथ मजबूती से खड़े होने की बचनबद्धता दोहराई और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
श्री सिंह ने बताया कि इस मौके पर विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’ ने कुछ सवाल सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर उठाये हैं कि- उक्त घटना में भाजपा विधायक के जेल जाने के बाद भी भाजपा ने रेप के आरोपी विधायक को पार्टी की सदस्यता से निष्कासित क्यों नहीं किया है? लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महराज जेल में निरूद्ध एवं रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर से किसलिए मिलने एवं आभार व्यक्त करने जेल गये थे? यह दोनों बातें इस ओर संकेत करती हैं कि मौजूदा योगी सरकार और भाजपा दोनों रेप के अभियुक्त की हर स्तर पर मदद कर रहे हैं जिससे भाजपा विधायक को बचाया जा सके।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि इस सड़क दुर्घटना की जांच सी0बी0आई0 से करायी जाये क्योंकि सी0बी0आई0 मुख्य केस की विवेचना पहले से कर रही है। इसकी भी जांच करायी जाये कि रेप पीड़िता के सामने एक सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी का विधायक अभियुक्त है ऐसे में उसे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं करायी गयी? यह इस दुर्घटना में संदेह पैदा करता है। पीड़िता को और उसके परिजनों को जिनकी इस दुर्घटना में दर्दनाक मौत हुई है उनको आर्थिक रूप से समुचित मुआवजा व पर्याप्त सुरक्षा प्रदान किया जाये, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से कांग्रेस विधानमंडल दल की उप नेता श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’, विधायक सुश्री अदिति सिंह, पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल, पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री द्विजेन्द्र त्रिपाठी, वीरेन्द्र मदान, शिव पाण्डेय, महिला कांग्रेस की मध्य जोन की अध्यक्ष श्रीमती ममता चैधरी पार्षद, पश्चिमी जोन की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा अटल पाल, अनीस अंसारी, लखनऊ के शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ला एवं जिलाध्यक्ष गौरव चैधरी, प्रवक्ता डा0 मंजू दीक्षित, श्रीमती प्रियंका गुप्ता एवं सचिन रावत, मो0 नासिर आदि शामिल रहे।
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