भगदड़ के बाद तमाम पीड़ितों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बयान दिया कि उन्हें युवाओं के एक ग्रुप द्वारा लगातार धक्का मारा जा रहा था. इससे हालात बिगड़ गए और लोग खुद को बचाने के लिए आगे वालों को धक्का मारने लगे.
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान के अवसर पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर स्नान के लिए एकत्रित हुए, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई और भगदड़ मच गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है, जबकि विपक्षी नेताओं ने आयोजन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस भगदड़ को विपक्ष की साजिश बताते हुए जांच की मांग की है। वर्तमान में, जांच एजेंसियां इस घटना के पीछे किसी साजिश के एंगल की भी जांच कर रही हैं।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपाय किए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न 'जांच के दौरान AI कैमरों में सैकड़ों संदिग्ध नजर आएं हैं, जो भगदड़ के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. STF और ATS मामले की जांच कर रही है. डिटेल जांच के लिए ADG कानून-व्यवस्था और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश प्रयागराज में ही कैंप कर रहे हैं. मामले की जांच के लिए ATS और STF की टीमें महाकुंभ में रेहड़ी लगाने वालों, पूजन सामग्री, चूड़ी आदि बेचने वालों से भी पूछताछ कर रही है, जिससे कोई अहम सुराग हाथ लग सके.
युवाओं का ग्रुप मार रहा था धक्का'-
भगदड़ के बाद तमाम पीड़ितों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बयान दिया है कि उन्हें युवाओं के एक समूह द्वारा लगातार धक्का मारा जा रहा था. इससे हालात बिगड़ और लोग खुद को बचाने के लिए आगे वालों को धक्का मारने लगे. अराजक तत्वों की भूमिका की जांच के लिए अब सारे CCTV खंगाले जा रहे हैं. इनमें उन युवकों को चिन्हित किया जा रहा है, जिन्हें घटना का जिम्मेदार माना जा रहा है. साथ ही आसपास के इलाके के सारे सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे की फुटेज को खंगाला जा रहा है. साथ ही इंटरनेट, मीडिया से लेकर के दूसरे माध्यमों पर भगदड़ से जुड़े तथ्यों और दावों की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है. इसके साथ-साथ वॉच लिस्टेड की गतिविधियों को भी खंगाला जा रहा है. जांच एजेंसी ने कई संदिग्ध मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर भी लगाया गया है.
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