सी.एम.एस. में ‘अन्तर्राष्ट्रीय क्वालिटी सर्किल सम्मेलन’ का भव्य उद्घाटन
लखनऊ-सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस द्वारा आयोजित चार दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय स्टूडेन्ट क्वालिटी कन्ट्रोल सर्किल सम्मेलन (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019)’ का भव्य उद्घाटन आज सायं सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर इस अनूठे सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया जबकि विशिष्ट अतिथि रमापति शास्त्री, समाज कल्याण मंत्री, उ.प्र., श्रीमती अनीता अराथून, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं लेखिका समेत विभिन्न देशों से पधारे क्वालिटी विशेषज्ञों की उपस्थित ने समारोह की गरिमा बढ़ाया। आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019 के रंगारंग उद्घाटन समारोह में जहाँ एक ओर सी.एम.एस. छात्रों ने एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा बिखेर कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तो वहीं दूसरी ओर 16 देशों से पधारे प्रख्यात क्वालिटी विशेषज्ञों एवं प्रतिभागी छात्रों की उपस्थित ने लघु विश्व का अनूठा दृश्य प्रस्तुत किया। विदित हो कि सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस द्वारा चार दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय स्टूडेन्ट क्वालिटी कन्ट्रोल सर्किल सम्मेलन’ (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019) का आयोजन 27 से 30 नवम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें विश्व के 16 देशों आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, चीन, आयरलैण्ड, मलेशिया, माॅरीशस, नेपाल, कतर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, टर्की, थाईलैण्ड, अमेरिका, इंग्लैण्ड, यू.ए.ई. एवं भारत के ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ एवं छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि डा. दिनेश शर्मा, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., ने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में क्वालिटी की जरूरत है। क्वालिटी की भावना के समावेश से ही भावी पीढ़ी गुणवान व चरित्रवान बनेगी और यही बच्चे आगे चलकर समाज के आदर्श नागरिक सिद्ध होंगे। डा. शर्मा ने आगे कहा कि आज के संदर्भ में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है अपितु इसमें सामाजिक, नैतिक एवं मानवीय गुण भी शामिल है। क्वालिटी का मर्म यही है कि हमें सर्वांगीण विकास चाहिए। अच्छे विचारों से ही व्यक्ति महान बनता है और व्यक्तित्व में निखार आता है।
इससे पहले, आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019 के उद्घाटन समारोह से पूर्व अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में विभिन्न देशों से पधारे प्रतिभागी छात्रों, टीम लीडरों व क्वालिटी विशेषज्ञों ने इस ऐतिहासिक एवं अनूठे आयोजन पर दिल खोलकर पत्रकारों से चर्चा की। प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार रखते हुए माॅरीशस से पधारे क्वालिटी विशेषज्ञ श्री मधुकर नारायन, चेयरमैन, एम.एस.क्यू.सी.सी., माॅरीशस ने कहा कि क्वालिटी सर्किल सम्मेलन विभिन्न देशों और राज्यों के बीच सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाने व शान्ति लाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। दक्षिण अफ्रीका से पधारे डेविड क्राफोर्ड ने कहा कि क्वालिटी सर्किल एवं टोटल क्वालिटी प्रबन्ध जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों की आदतें व प्रवृत्तिया गुणवान नागरिकों एवं गुणवान मानव की बनायी जा सकती है। आस्ट्रेलियन इन्स्टीट्यूट आॅफ बिजनेस मैनेजमेन्ट के चेयरमैन श्री शान रूपराय ने कहा कि क्वालिटी लीडरशिप में जो व्यक्ति अग्रणी बनना चाहते हैं उन्हें शुरू से ही इस दिशा में प्रशिक्षण लेना पड़ेगा। इस स्थिति को प्राप्त करने के लिए स्कूलों एवं कालेजों का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे अन्य क्वालिटी विशेषज्ञों व प्रतिभागी छात्रों का कहना था कि महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अब एक दूसरे के सहारे की जरूरत है और हम जब मिलकर कार्य करेंगे तभी सम्पूर्ण मानव जाति की प्रगति होगी।
इस अवसर पर क्वालिटी सर्किल सम्मेलन (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019) की संयोजिका एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या डा. (श्रीमती) विनीता कामरान ने कहा कि वर्तमान युग ‘क्वालिटी’ का युग है और इसके लिए हमेें ‘क्वालिटी पर्सन’ की जरूरत है जिसके अन्दर इक्कीसवी सदी की विषम चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने की क्षमता हो। यह जरूरत ‘शिक्षा में क्वालिटी की विचारधारा’ को समाहित करने से ही पूरी हो सकती है।
आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019 की सह-संयोजिका एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती रोली त्रिपाठी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कई देशों के ख्याति प्राप्त क्वालिटी विशेषज्ञ अपने ओजस्वी विचारों से सम्मेलन की गरिमा को बढ़ायेंगे। इस प्रख्यात हस्तियों में महीपाला हेराथ, पूर्व मुख्यमंत्री, सब्रगुमावा प्रान्त, श्रीलंका, डा. सैयद अली, जाॅन हाॅपकिन्स यूनिवर्सिटी, अमेरिका, प्रो. दिनेश चापागेन, चेयरमैन, क्वेस्ट, नेपाल, ए.एम.एम. खैरूल बशर, प्रेसीडेन्ट, बी.एस.टी.क्यू.एम., बांग्लादेश, डा. हयाल कोकसाल, प्रेसीडेन्ट, एसोसिएशन फाॅर इनोवेटिव कोलाब्रेशन, तुर्की, मधुकर नारायण, चेयरमैन, एम.एस.क्यू.सी.सी., माॅरीशस, जेफ डेवर, सी.ई.ओ., क्वालिटी डायजेस्ट, अमेरिका, प्रो. एम. आर. कबीर, प्रो वाइस चांसलर,, यूनिवर्सिटी आॅफ एशिया पैसिफिक, बांग्लादेश, श्रीमती अनीता अराथून, प्रख्यात लेखिका, नई दिल्ली, भारत, शान रूपराय, चेयरमैन, आस्ट्रेलियन इन्स्टीट्यूट आॅफ बिजनेस मैनेजमेन्ट, आस्ट्रेलिया आदि प्रमुख हैं। श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि इसके अतिरिक्त देश-विदेश से पधारी छात्र टीमें केस स्टडी प्रजेन्टेशन, क्विज, कोलाॅज, वाद-विवाद, पोस्टर व स्लोगन एवं नुक्कड़ नाटक आदि प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेगी।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस क्वालिटी सर्कित सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है कि ईश्वर का उपहार बच्चों में ऐसे गुणों का बीजारोपण किया जाये कि वे नयी विचारधारा और नयी समझबूझ से देश व दुनिया का विकास करने में सफल हो सके। उन्होंने विश्व समुदाय का आहवान करते हुए कहा कि इक्कीसवीं सदी के विकसित विश्व समाज में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता अर्जित करने हेतु गुणवत्ता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। अतः इस क्वालिटी सर्किल के आन्दोलन को सफल बनायें।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी ने बताया कि आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2019 में विभिन्न देशों से पधारे छात्रों के लिए प्रतियोगिताओं का दौर कल से प्रारम्भ होगा जिसमें केस स्टेडी प्रस्तुतीकरण, कोलाॅज मेकिंग एवं नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं। इसके अलावा देश-विदेश से पधारे क्वालिटी विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर अपने सारगर्भित उद्बोधनों से समस्त जन-समुदाय में क्वालिटी की भावना का प्रादुर्भाव करेंगे।
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