प्रमोद श्रीवास्तव
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले मे जब से बिहार पुलिस ने इस मामले मे दस्तक दी है। तबसे इस केश मे रोज कुछ न कुछ रहस्योदधाटन हो रहा है। जानकारो की माने तो अंकिता लोखडे के मार्च 2016 मे सुशान्त से अलग हो जाने के बाद सुशान्त सिंह की जिन्दगी कुछ दिन के लिये बेपटरी हुई थी। लेकिन जल्द ही उन्होने अपने जीवन को पटरी पर लाते हुये काम मे मन लगाना शुरू किया।
सुचारू और सही तरीके से चल रहे सुशान्त के जीवन मे वैसे तो कई मोड आये पर रिया के सुशान्त के लाइफ मे आते ही सुशान्त का जीवन अशान्त सा हो गया। इसके साथ ही कई निर्माताओ द्वारा सुशान्त को मानसिक छति देना फिल्म समीक्षको द्वारा निगेटिव टिप्पणी करना भी सुशान्त की लीला समाप्त करने की मुख्य वजहे बनी। इसलिये यह कहना गलत नही होगा कि रिया की बेवफाई,निर्माताओ की तानाशाही और फिल्म समीक्षको की रूसवाई से एक स्टार के जीवन का अन्त हुआ।
अनुबन्ध का जाल-
अपनी फिल्मी सफर मे अनुबन्ध के जाल मे फसा सुशान्त का फिल्मी कैरियर वैसे तो सही चल रहा था पर कई बडे बैनरो के लोगो ने सुशान्त को अपने अनुबन्ध मे इस तरफ जकड के रखा था कि वह चाह कर भी उस अनुबन्ध के दायरे से नही निकल पा रहा थे। ज्ञात हो कि यश राज बैनर ने सुशान्त के साथ तीन फिल्मो का अनुबन्ध किया दो फिल्मे तो जैसे तैसे बन गयी मगर जिस फिल्म का सपना सुशान्त सजाये बैठे थे और जीवन के 13 महीने की डेट किसी और फिल्म को नही दी। वह फिल्म पानी न तो बन पा रही थी और ना ही उसके अनुबन्ध के मकडजाल से सुशान्त निकल पा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार सुशान्त को पानी फिल्म की वजह से संजय लीला भंसाली की लगभग 3 बडी फिल्म वह नही कर पाये। जिस बात का मलाल सुशान्त को हमेशा था। पता यह भी चला कि कई और निर्माताओ की करतूत की वजह से भी सुशान्त परेशान थे।
फिल्म समीक्षको द्वारा सुशान्त का तिरस्कार करना-
इसी बीच एक बात और सामने आयी कि फिल्मो की समीक्षा लिखने वाले कई पत्रकारो ने सुशान्त की उन फिल्मो को जो बाक्स आफिस पर धूम मचाये हुये थी उन फिल्मो के बारे मे उन समीक्षको ने निगेटिव समीक्षा कर सुशान्त के बीपी को बढाये रखा था। खबरे यह भी आयी कि कुछ निर्माताओ के इशारे पर फिल्मो की खबर को कवर करने वाले कई पत्रकारो ने सुशान्त को बेवजह निशाने पर लेकर उनका तिरस्कार कर रखा था। जिसकी वजह से भी सुशान्त परेशान थे। इसी बीच रिया को उनके जीवन मे आना भी किसी रहस्य से कम नही है।
सुशान्त अपने अच्छे चाल चरित्र को बचाने के लिये हर वह प्रयास कर रहे थे जो उन्हे करना चाहिये था पर इसके बाउजूद खबरो मे बेवजह नाम धसीटे जाने से उनका जीवन उथल पुथल हो जाता था। यही कारण था कि जब उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान ने 8 जून को आत्महत्या की तो वह बदनामी के डर से धबरा गये कि कही किसी तरह से इस मामले मे कोई उनका नाम न धसीट ले।
सुत्रो के मुताबिक चूकि 8 जून के पहले रिया और सुशान्त के जीवन मे दरार पडनी शुरू हो गयी थी लिहाजा रिया ने दिशा के मौत को लेकर सुशान्त को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और 8 जून को ही सुशान्त को बुरा अंजाम भुगतने जैसी धमकी देते हुये सुशान्त के डाक्टर के पर्चे,लैपटाप,बैक चेक और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लेकर फलैट छोडकर चली गयी। इस बात को लेकर भी उनका जीवन अस्त व्यस्त होता गया।
हालाकि उसी बीच उनकी बडी बहन जो मुम्बई मे रहती है उनके साथ चार दिन तक रहकर उनको समझाया पर 12 तारीख को सुशान्त के धर से बहन के जाते ही एक बार फिर से वह उन्ही सब बातो को सोचने लगे।
रिया ने सुशान्त के पुराने कुक अशोक को क्यो काम से निकाला-
जाॅच को विषय यह भी है कि रिया ने सुशान्त के कुक अशोक को काम से क्यो निकाला। सुशांत के कुक रहे अशोक ने बताया कि वह सिंतबर 2019 को अपने घर गए थे और फिर जब अक्टूबर को वापस आए तो अशोक को बताया गया कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। अशोक ने कहा कि उन्हें बताया गया कि रिया ने उन्हें निकाला है। अशोक ने कहा कि रिया के साथ सुशान्त जब यूरोप ट्रिप से वापस आये तो वह बीमार रहने लगेे।
निर्देशक रूमी जाफरी की फिल्म मे पहली बार पर्दे पर आ रहे थे सुशान्त और रिया-
लॉकडाउन के बाद सुशांत और रिया रूमी की फिल्म में काम करने वाले थे। यह सुशांत और उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की एक साथ पहली फिल्म थी।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा सुशांत सिंह राजपूत मामले का पूरा सच सामने लाएंगे-
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले का पूरा सच बिहार पुलिस सामने लाएगी।
हालाकि बिहार पुलिस द्वारा अभी जो जाॅच की जा रही है उसकी दिशा अभी रिया चक्रवर्ती है। इसका यह मतलब नही है कि निर्माताओ और फिल्म समीक्षको को कोई क्लीन चिट मिल गया है। सुत्रो की माने तो सुशान्त मौत मामले मे हर पहलू की गहनता से जाच होगी।
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