राजधानी मे सरकार और शासन के नाक के नीचे हो गया लाखो का आयोडिन नमक धोटाला
नमक माफियाओ ने कोरोना काल को बनाया कमाई का जरिया
प्रमोद श्रीवास्तव
लखनऊ - बिना लैब मे जाॅच कराये अंकुर नमक ने खाध एंव रसद विभाग से मिलीभगत कर लाखो रूपये का धटिया आयोडिन नमक राजधानी की गरीब जनता को बेच दिया गया। जुलाई माह मे राशन दुकानदारो के माध्यम से बिके इस अंकुर कम्पनी के आयोडिन नमक को खाने के बाद लोगो ने शरीर मे खुजली होने की शिकायत की है।
ज्ञात हो कि बिना टेन्डर और बिना शासन की जानकारी के अंकुर कम्पनी के लोगो ने खाध एंव रसद विभाग मे जुगाड कर राजधानी लखनऊ मे राशनदुकानदारो के माध्यम से आयोडिन नमक को बेचने का एक आदेश प्राप्त कर लिया था। लिहाजा उसी आदेश के चलते राजधानी के सभी राशन दुकानदारो को अंकुर कम्पनी के नमक को राशन उठाने वाले लोगो को बेचने को कहा गया।
चूकि इस नमक को बेचने मे राशन दुकानदारो को 2 रूपये का मजबूत कमीशन मिल रहा था लिहाजा राशन दुकानदारो ने धडल्ले से इस नमक का उठान किया ओर राजधानी के लाखो कार्डधारको को 12 रूपये किलो के हिसाब से बेच दिया। यहाॅ यह बताना जरूरी है कि 12 रूपये किलो नमक मे 10 रूपये अंकुर कम्पनी का हिस्सा था।
इस नमक के खाने के बाद कई लोगो ने खुजली होने की शिकायत की है। जाॅच मे यह भी पता चला है कि अंकुर कम्पनी का आयोडिन नमक बिना किसी जाॅच परख के राजधानी के राशन दुकानदारो के पास बिकने के लिये भेजा गया था। जाॅच मे यह भी पता चला है कि इस नमक को राशन दुकानदारो के पास भेजने से पहले किसी भी लैब मे इसकी जाॅच नही करायी गयी थी। जबकि नियमानुसार सरकार द्वारा जनहित मे जब कोई खाध पदार्थ बेचने की बात आती है तो पहले उस खाध पदार्थ की जाॅच करायी जाती है कि उपरोक्त खाध पदार्थ मे जो कन्टेन्ट है वह सही अनुपात मे है भी या नही।
अंकुर कम्पनी के आयोडिन नमक की जाॅच के लिये कायदे से लखनऊ के अंलीगंज लैब मे पहले जाॅच होनी चाहिये थी फिर इसको बेचने के लिये राशनदुकानदारो के पास भेजा जाना चाहिये था पर अंकुर कम्पनी के दबाब के चलते खाद एंव रसद विभाग के अधिकारियो ने जाॅच की जरूरत भी नही समझी और बिना जाॅच इस नमक को बिकने दिया।
अब सोचने समझने वाली बात यह है कि किस बात का दबाब खाद एंव रसद विभाग के अधिकारियो को था कि बिना टेन्डर और बिना लैब जाॅच के अंकुर कम्पनी के आयोडिन नमक को बेचने की सलाह दी गयी।
ज्ञात हो कि इसके पहले भी अंकुर कम्पनी ने प्रदेश के 10 जिलो मे लगभग 100 करोड रूपये के डबल फोर्टिफाइड नमक की सप्लाई की थी जिसको खाने के बाद लोगो को खुजली और शरीर पर चक्कते निकलने की बात सामने आयी थी। तत्कालीन खाध रसद राज्य मन्त्री अतुल गर्ग ने उस समय अंकुर के डबल फोर्टिफाइड नमक की जाॅच लैब मे करायी जो जाॅच मे फेल हो गयी थी।
देखा जाये तो सरकार और शासन के नाक के नीचे लाखो रूपये का नमक बिना किसी वैध दस्तावेज के सहारे राजधानी के लोगो को बेच दिया गया। इस बात की जानकारी शासन स्तर के लोगो को होने के बाद भी किसी अधिकारी के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही न होना बहुत बडा सवाल खडा करता है।
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