मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसडीएम सुरेश चंद्र पाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह को निलम्बित के आदेश दिये
बलिया में एसडीएम के सामने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया। कोटे की दुकान के चयन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान पुलिस के सामने ही भाजपा नेता ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। युवक को ताबड़तोड़ चार गोलियां मारी गईं। गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। इस मामले मे गोली चलाने वाले व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने दल का मानने से इन्कार कर रहे है। भाजपा नेताओ की माने तो गोली चलाने वाला व्यक्ति न तो पार्टी मे शामिल है और न ही पार्टी के किसी पद पर तैनात है। लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और लाठी डंडा लेकर हमलावर पक्ष के लोगों से भिड़ गए। मारपीट में भी कई लोग घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम, सीओ समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। हत्यारोपित भाजपा नेता पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। हत्यारोपी धीरेंद्र भाजपा के सैनिक प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष है।
बताया जाता है कि ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार की दोपहर पंचायत भवन पर खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था।
दुर्जनपुर की दुकान के लिये आम सहमति नहीं बन सकी। लिहाजा दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा।
एक पक्ष के पास अधार व पहचान पत्र मौजूद था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई को स्थगित कर अधिकारी चले गये। मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई।
एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी। बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से भाजपा नेता धीरेंद्र ने जयप्रकाश को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं। गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। तनाव को देखते हुए कई थानों की फोर्स पहुंच गई और किसी तरह मामला संभाला गया।
हत्यारोपी धीरेंद्र भाजपा नेता और इलाके के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वारदात को गम्भीरता से लेते हुए एसडीएम सुरेश चंद्र पाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह और मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलम्बित करने और घटना के दोषियों के खिलाफ 'कठोरतम' कार्रवाई के आदेश दिये हैं।
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