समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार को जनसामान्य के स्वास्थ्य और जीवन की कोई चिंता नहीं है। प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार सत्ता के संरक्षण में चल रहा है। मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन के बावजूद जहरीली शराब का धंधा दो गुनी रफ्तार से चल रहा है। अब तक दर्जनों लोग जहरीली शराब पीकर अपनी जान गंवा बैठे हैं। शराब माफियाओं के हौंसले इतने बढ़े हुए है कि वे सरकारी कायदे कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तस्करी और अवैध शराब की बिक्री खुलेआम कर रहे हैं।
सच तो यह है कि प्रदेश में पुलिस और आबकारी विभाग की जानकारी में ही अवैध ढंग से शराब की तस्करी और जहरीली शराब बनाने और बेचने का काम हो रहा है। फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में देशी षराब के ठेके से शराब ले जाकर पीने से इमलिया गांव के 7 लोगों की मौते हो गई, कई ग्रामीणों की हालत गम्भीर हैं। बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता ने उधार शराब न देने पर सेल्समैन की पिटाई कर दी। कई ठेके भाजपा नेताओं ने ले रखे हैं। वे भी जल्दी माल कमाने के फेर में दिखाई देते है। बाराबंकी में 12 लोगों की मौत हुई है।
जहरीली शराब पीकर हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में 12 लोगों की मौत हुई। सहारनपुर में 64 मौतें हुई जबकि फिरोजाबाद में 2 लोग मरे। प्रयागराज के फूलपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई। इटावा, रामपुर, जालौन में भी भी मौतें हुई है। नकली जहरीली शराब पीकर मौतों का यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। पहले भी कई दर्दनाक घटनाएं हो चुकी हैं परन्तु कोई इनसे सबक नहीं लेता है।
भाजपा सरकार की संवेदनहीनता की हद है कि नकली शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने में वह अब तक गम्भीर नहीं हुई है। इस सरकार ने नकली शराब के सिंडीकेट को खत्म करने की दिषा में ठोस कदम नहीं उठाए हैं। आबकारी और पुलिस विभाग के रहते देशी शराब के सरकारी ठेकों पर जहरीली शराब की बिक्री जघन्य अपराध है। सरकार को इसमें विभागीय संलिप्तता की भी जांच कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
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