पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बयानों का पारा चढ़ने लगा है। शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई नेताओं के अमित शाह के दौरे के दौरान बीजेपी में शामिल होने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह यह 'स्पेस' छोड़ देंगे।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी के 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर की कंपनी I-Pac को हायर किया। बीजेपी में शामिल होने वाले तृणमूल कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने प्रशांत किशोर की कार्यशैली की आोलचना की है। प्रशांत किशोर का दावा इस लिहाज से महत्वपूर्ण है क्योंकि अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी बंगाल विधानसभा के अगले चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें लाकर सरकार बनाएगी।
दूसरी तरफ, बीजेपी ने प्रशांत किशोर को भाड़े का सिपाही बताते हुए उनके ट्वीट पर चुटकी लेते हुए कहा है कि वह अपने एम्पलॉयर (ममता बनर्जी) को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि प्रशांत किशोर को तृणमूल कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिए काफी अच्छी कीमत मिली है और ऐसे में अपनी क्षमता पर उठ रहे सवालों को दबाने के लिए प्रशांत किशोर ने यह ट्वीट किया है। बीजेपी ने कहा कि प्रशांत किशोर ने यह भी साफ नहीं किया है कि वह कौन-सा स्पेस छोड़ देंगे।
इसके जवाब में I-Pac के टॉप अधिकारी ने कहा कि एकदम स्पष्ट हैं कि वह कह रहे हैं कि बीजेपी 99 से अधिक सीटें बंगाल में जीत जाती है तो चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे। इस अधिकारी ने कहा कि बीजेपी के जो लोग प्रशांत किशोर पर सवाल उठा रहे हैं क्या वे 99 से कम सीटें जीतने पर राजनीति छोड़ेंगे? आमतौर पर प्रशांत किशोर अपनी कंपनी और अपने काम को लेकर मीडिया में बात नहीं करते हैं। तृणमूल कांग्रेस के बागी नेताओं के अलावा भाजपा नेता भी बंगाल में लगातार प्रशांत किशोर पर सवाल उठा रहे हैं। जब टीएमसी की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं को बाहरी कहकर हमला किया गया तो जवाब में बीजेपी ने कहा कि ममता बनर्जी को चुनाव जीतने के लिए बिहार के एक आदमी से मदद लेनी पड़ रही है। माना जा रहा है कि अपने ऊपर लगातार हो रहे हमले की वजह से प्रशांत किशोर ने ऐसा आक्रामक ट्वीट किया है। बता दें कि ममता बनर्जी के खास माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी से अलग होने की कई वजहों में एक वजह प्रशांत किशोर भी माने जाते हैं। सूत्र ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के भतीते अभिषेक और प्रशांत किशोर से काफी समय से नाराज चल रहे थे।
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