मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री ने की मद्यनिषेध विभाग की समीक्षा बैठक
नशा के आदी लोगों का इलाज कराकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाय
लखनऊ:-उत्तर प्रदेश के मद्यनिषेध मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री ने कहा है कि पूरे प्रदेश में नशा विरोधी कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से संचालित किया जायेगा। नशे से ग्रसित व्यसनियों को नशामुक्ति केन्द्रों के माध्यम से उपचारित कराकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सामाजिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं से आग्रह किया है कि नशामुक्ति कार्यक्रमों को प्रमुखता से संचालित करने में अपना योगदान करें।
श्री अग्निहोत्री आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में मद्यनिषेध विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि मद्यनिषेध विषयक प्रदर्शनियों, गोष्ठियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का व्यापक रूप से आयोजन किया जाये तथा लोगों को नशा छोड़ने के लिए भी प्रेरित किया जाये। उन्होंने कहा कि नशा केवल व्यक्ति के शरीर को ही नहीं बर्बाद करता है बल्कि सामाजिक वातावरण को भी दूषित करता है।
मद्यनिषेध मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि मद्यनिषेध कार्यक्रमों के आयोजन हेतु अन्य विभागों का सहयोग भी प्राप्त किया जाय। उन्होंने विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर सर्वसाधारण को अवगत कराने के लिए मद्यपान और मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी प्रचार-प्रसार करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मद्यनिषेध को अपनाकर स्वस्थ समाज और बेहतर वातावरण बनाया जा सकता है।
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि मद्यनिषेध कार्यक्रम के सुचारू रूप से संचालित करने हेतु प्रत्येक जनपद में मास्टर ट्रेनर तैयार किये जायें और उन्हें ड्रग एब्यूज पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। मास्टर ट्रेनर प्रत्येक जनपद में 10 व्यक्तियों को नशा के दुष्परिणामों के संबंध में जानकारी प्रदान करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में गांव के प्रतिष्ठित लोगों, एन.एस.एस., एन.सी.सी., पुलिस कर्मी, युवक/महिला मंगलदल, पत्रकार, कारागार कर्मी, शिक्षक, बाल सुधार गृह कर्मी तथा समाजसेवियों, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का सहयोग भी प्राप्त किया जाये। उन्होंने ड्रग एब्यूज निवारक शिक्षा पर जागरूकता उत्पन्न करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के भी निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के कालेजों तथा विश्वविद्यालयों में सेमिनार, ओरिएंटेशन कोर्स एवं वर्कशाप आयोजित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव समाज कल्याण बी.एल. मीणा ने विभाग की प्रगति रिपोर्ट पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि मद्यनिषेध कार्यक्रम को प्रभावी रूप से संचालित किया जायेगा। मद्यनिषेध के लिए विभाग स्वस्थ एवं प्रभावी वातावरण बनाने का कार्य कर रहा है ताकि जनमानस में मद्यपान एवं मादक पदार्थों के सेवन विरुद्ध स्वस्थ वातावरण बना रहे।
समीक्षा बैठक में विशेष सचिव समाज कल्याण अशोक कुमार, राज्य मद्यनिषेध अधिकारी सरोज कुमारी, उपराज्य मद्यनिषेध अधिकारी डा0 राजीव श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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