lucknow-सिपाही की हत्या कर फरार चल रहा अवैध शराब माफिया मोती को पुलिस ने एनकाउन्टर मे ढेर कर दिया। कासगंज जिले में सिपाही की हत्या के मुख्य आरोपी शराब माफिया मोती को दबोचना आसान नहीं रहा। 12 दिन के बाद पुलिस भले ही मोती को मुठभेड़ में मारने में कामयाब हुई, लेकिन खादर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ मोती ने पुलिस को कई बार मात दी। उसकी तलाश में कासगंज पुलिस की आठ टीमें लगी हुईं थीं। इनमें 34 पुलिसकर्मी शामिल रहे। बरेली और आगरा की एसटीएफ की टीमें गुप्त रूप से अभियान में शामिल थीं। इसके अलावा एडीजी जोन के स्तर से लगाई गईं पुलिस टीमें भी सक्रिय थीं। तब जाकर सफलता मिली।
पुलिस टीमें लगातार कासगंज, एटा, बदायूं और फर्रुखाबाद जिले के गंगा और कालीनदी के खादर में चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुई थीं। मोती तक पहुंचने में पुलिस को चार दिन पहले भी एक मौका मिला था, जब मुठभेड़ में मोती भागने में सफल हो गया, लेकिन पुलिस ने उसके एक ममेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया। ममेरे भाई से पूछताछ के आधार पर शरण देने वाले मौसा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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