जिस बच्चे को आप मां की गोद में बैठे देख रहे हैं वह एक ऐसी दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है जिसका इलाज दुनिया में सबसे महंगा है। इस बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए 16 करोड़ रुपए के एक इंजेक्शन की जरूरत है। बच्चे की इलाज के लिए अब उसके माता-पिता ने लोगों से मदद मांगी है। वे क्राउड फंडिंग का सहारा लेकर अपने प्यारे से बच्चे की जिंदगी बचाना चाहते हैं।
10 महीने का रेहांश सूरी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-I से पीड़ित है, जोकि एक बहुत दुर्लभ बीमारी है। यह बीमारी जिनती दुर्लभ है, इलाज भी उतना ही महंगा है। बल्कि बताया जाता है कि इसकी दवा दुनिया में सबसे महंगी है। बच्चे की मां ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ''मेरे बच्चे को एक दुर्लभ जेनेटिक बीमारी है और इसका इलाज केवल जीन थेरेपी से संभव है, जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है। हम यह खर्च वहन नहीं कर सकते हैं।
बच्चे का इलाज कर रहीं डॉ. एन्ने मैथ्यू कहती हैं कि इस बीमारी से पीड़ित बच्चे 2 साल से अधिक जिंदा नहीं रह पाते हैं। वह अभी ठीक है, लेकिन धीरे-धीरे कमजोर होने लगेगा और बैठने, कुछ निकलने या सांस लेने में भी दिक्कत होने लगेगी। इसका केवल एक इलाज है, जिसमें उसे एक वायरस के जरिए मिसिंग जेनेटिंग कोड डाला जाएगा। यह एक इंजेक्शन से ठीक हो जाता है, लेकिन यह सबसे महंगी दवा है।
महाकुंभ-महाशिवरात्रि पर गोरखपुर से योगी ने की...
महाकुंभ माघ पूर्णिमा में 73 लाख लोगों ने डुबकी लगाई...
पीएम मोदी ने संगम में डुबकी लगाई, प्रयागराज में...
महाकुंभ भगदड़ हादसा या साजिश? AI कैमरे में नजर आए...
महाकुंभ भगदड़ में अब तक 30 की मौत - बैरिकेडिंग टूटने...
महाकुंभ में बसंत पंचमी 3 फरवरी को होगा तीसरा अमृत...